Fallopian Tube Kholne ke Liye Yoga

Fallopian Tube खोलने के लिए योग आसान- Fallopian Tube Kholne ke Liye Asana

आज के समय में बदलती जीवनशैली से बढ़ता स्ट्रेस महिला के बांझपन की कारण बनता है। ज्यादातर महिलाओं का ट्यूबल ब्लॉकेज के कारण मां बनने का सपना पूरा नहीं हो पाता हैं। फैलोपियन ट्यूब (fallopian tube) एक महिला रिप्रोडक्टिव ऑर्गन का हिस्सा होता है, जो दो ट्यूब विकसित अंडे को अंडाशय से यूटरस तक पहुंचाता है। ट्यूब बंद होने के कारण शुक्राणु ट्यूब तक नहीं पहुंचता, जिससे निषेचन की प्रकिया पूरी नहीं हो पाती। और एक महिला गर्भधारण करने में असमर्थ होती है। 

 

आयुर्वेद के अनुसार, योग विज्ञान बताता है कि सभी पुरानी बीमारियों का स्रोत ऊर्जा शरीर में रुकावटों का परिणाम है। और आजकल प्रजनन योग का प्रचलन बहुत तेजी से फैल रहा है। योग के इस रूप को ज्यादातर उन लोगों ने पसंद किया गया है जो निसंतनता के लिए अन्य उपचार विकल्पों के बारे में विचार करते हैं। ध्यान रखें कि फर्टिलिटी योग प्रजनन क्षमता को पूरी तरह से ठीक कर सकता है साथ हूी तनाव को कम करने और आपको पहले से अधिक फिट बनाने में मदद करता है। आज इस आर्टिकल में हम जानेगे की योग द्वारा फैलोपियन ट्यूब कैसे खोलें।

Tubal blockage

 

योग द्वारा कैसे खोलें फैलोपियन ट्यूब- Yog Dwara Kaise Khole Fallopian Tube  

फैलोपियन ट्यूब मस्‍कुलर ट्यूब होती हैं जो निचले हिस्से/श्रोणि में अन्य प्रजनन अंगों के साथ मौजूद होती हैं।

एक महिला में दो ट्यूब होती है जिनके ऊपर बालों जैसी संरचना की लाइनिंग बनी होती है। यह दोनों ट्यूब एग को ओवरी से गर्भाशय तक पहुंचने में मदद करती हैं।

 

कंसीव करने में फैलोपियन ट्यूब अहम भ‍ूमिका निभाती हैं क्‍योंकि यहीं पर पुरुष का शुक्राणु महिला के एग से मिलता है जिससे निषेचन या फर्टिलाइजेशन की प्रकिया पूरी होती हैं। लेकिन फैलोपियन ट्यूब का कोई भी हिस्सा डैमेज हो जाए तो ब्लॉक हो सकती है। इसके ब्लॉक होने के कारण महिला कंसीव करने में असमर्थ होती है। 

 

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के कई कारण हो सकते है जिनमे से एक पेल्विक इंफ्लामेट्री डिजीज होती है। 

पेल्विक इंफ्लामेट्री प्रजनन अंगों में होने वाला एक बेक्टीरियल इंफेक्‍शन है जो गर्भाशय और फैलोपियन टयूब को प्रभावित करता है।  

 

फर्टिलिटी के लिए योग एक प्रकार का योग है जो बांझपन को ठीक करता है। साथ ही योग तनाव के स्तर को कम करता है और विषाक्त पदार्थों के शरीर को साफ करता है। गर्भवती होने की चाह रखने वाली महिलाओं के लिए कुछ योग की मुद्राएं बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि ये शरीर को मजबूत बनाने और गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। हार्वर्ड के रिसर्च से पता चला है कि जिन महिलाओं ने प्रजनन-केंद्रित योग किया है, उन महिलाओँ में गर्भधारण की संभावना ज्यादा थी।

योग प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए है बेहतरीन तरीका है क्योंकि यह आपको अपने शरीर को तन से मन से मजबूत करने में मदद करता है। योग स्वास्थ्य के शरीरक और मानसिक पहलुओं पर काम करता है। इसके नियमित अभ्यास करने से आपको बहुत जल्द फैलोपियन ट्यूब खोलने में मदद मिलेगी।  

 

फैलोपियन ट्यूब और योग- Fallopian Tube and Yoga 

हमने जाना की कैसे blocked tube ko kholne ke liye yoga कारगर साबित हुआ है। महिलाओँ की प्रजनन क्षमता को मजबूत करने और ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब को योग (yoga for blocked fallopian tubes) से खोलने में मदद करता है।  इन निम्नलिखित में फैलोपियन ट्यूब को खोलने के योग इस प्रकार से हैं-

  • सुर्य नमस्कार (Surya Namaskar)

इस तरह के योग में कई आसन शामिल है जो पूरे शरीर में रक्त संचार में सुधार करता है। सुर्य नमस्कार को नियमित रुप में करने से अनियमित पीरियड्स को नियंत्रित करने में और इनफर्टिलिटी में भी सबसे कारगर होता है। इससे आपकी शारीरिक प्राणली में भी सुधार आता है और मोटापे को कम करता है। 

  • कपालभाती प्रयाणाम (Kapalbhati Pranayam)

इस योग को करने से सभी यौन विकार दूर होते है। अगर आप इस आसन को नियमित समय और सही तरीके से अभ्यास करने से बांझपन की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। इनफर्टिलिटी की समस्या में आपको रोज आधा घंटा इसका अभ्यास करना चाहिए। इसके करने से हर्मोनल डिस्बैलेंस और थायराइड की समस्या में भी सुधार आता है।  

  •  तितली आसन (Butterfly Pose)

यह आसन महिला के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। इसको करने से आपके प्रजनन अंगों के साथ-साथ आपके पैरों और जंघों को भी मजबूत करता है। इससे आपके अंडाशय प्रणाली को सुधारने में मदद मिलती है जो मासिक धर्म में होने वाली समस्यों में भी को दूर करता है। 

  • प्राणायाम (Pranayam)

इस आसन को करना बेहद जरुरी है। इससे शरीर के सभी हिस्सों मेे ऑक्सिजन की भरपूर मात्रा रहती है। फैलोपियन ट्यूबल ब्लॉकेज के साथ-साथ ओवेरियन सिस्ट की समस्या, गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या और  पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या जैसी कई समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। यह शारीरिक और मानसिक तनाव दोनों को ही कम करने में कारगर होता है। 

  • शशांक आसन (Shashank Asan)

इस प्रकार के आसन में पेल्विक की मसल्स को मजबूत किया जाता है। साथ ही प्रजनन अंगों की गड़बड़ी को भी दूर करता है जिससे हर्मोनस भी संतुलित रहता है। इस आसन से पाचन क्रिया को भी दूर किया जाता है। पेट और पीठ में जमा एक्स्ट्रा फैट को भी कम करता है ट्यूब को खोलने में मदद करता है। 

  • विपरित करणी मुद्रा (Leg Ups the Wall)

इस आसन को लेग्स-अप-द-वॉल पोज के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को करने से गर्दन के पिछले हिस्से और पैरों के पिछले हिस्से को फैलाता है। यह पीठ दर्द से राहत देता है और श्रोणि क्षेत्र में रक्त संचरण में सुधार करता है। कम प्रजनन दर वाली महिलाओं इस मुद्रा को कर सकती है जिससे गर्भधारण की संभावना में सुधार हो सकता है।

  • ब्रिज पोज (Bridge Pose)

इस आसन से बंद फैलोपियन ट्यूब को खोलने में बहुत मददगार है। यह आसन वास्तव में यूटरस और अंडशय में रक्त का संचार को सुधारता है। यह आपकी आवश्यकताओं के अनुसार या बिना सहारा के साथ किया जा सकता है।