Boost Your Fertility Naturally This Summer – Ayurvedic Pregnancy Planning Tips

गर्मी में जल्दी प्रेग्नेंसी के लिए ये खाये प्रेग्नेंसी 100% रुकेगी

गर्मी का मौसम सभी के लिए कठिन समय होता है। चिलचिलाती धुप, पसीना, इन सबके कारण प्रेगनेंट महिलाओं को और भी ज्यादा तकलीफ होती है। गर्मीं के मौसम में आप जितना हल्का और सुपाच्य भोजन करते हैं, वह गर्भ में पल रहे बच्चे और गर्भवती महिला दोनों के लिए उतना ही अच्छा होता है। प्रेगनेंट महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि किसी प्रकार का डिहाइड्रेशन न हो और ताजे फल- सब्जियों का सेवन करना चाहिए। ऐसे मौसम में आपको ज्यादा तेल मसाले से बना भोजन नहीं करना चाहिए गर्मी के मौसम में जल्दी प्रेगनेंसी के लिए आपको क्या खाना चाहिए और और क्या नहीं इसके बारे में विस्तृत चर्चा इस ब्लॉग पोस्ट में करेंगे। 

गर्मी के मौसम में महिलाओं की सेहत में कई बदलाव आते हैं, और गर्भधारण की संभावना भी प्रभावित हो सकती है। यदि आप गर्मी के मौसम में जल्दी गर्भवती होना चाहती हैं, तो आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से कुछ विशेष आहार और जीवनशैली अपनाकर इस प्रक्रिया को सहज और प्रभावी बना सकती हैं। इस लेख में, हम आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से गर्भधारण को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थों और उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

 

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आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से गर्भधारण

आयुर्वेद में शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। गर्भधारण की प्रक्रिया में भी इन तीनों का संतुलन आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में दोषों का संतुलन, पाचन की शक्ति (अग्नि), और मानसिक स्थिति गर्भधारण की संभावना को प्रभावित करते हैं।

 

गर्भधारण के लिए आयुर्वेदिक आहार
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1. शतावरी (Asparagus racemosus) : शतावरी को आयुर्वेद में स्त्री रोगों के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह हार्मोनल संतुलन बनाए रखने, प्रजनन क्षमता बढ़ाने और मासिक धर्म की अनियमितता को सुधारने में सहायक है।
2. आंवला (Indian Gooseberry): आंवला में उच्च मात्रा में विटामिन C होता है, जो शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
3. गुड़ और जीरा: सुबह के समय एक गिलास पानी में एक छोटा टुकड़ा गुड़ और एक चम्मच जीरा डालकर उबालें। यह मिश्रण शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाता है और रक्त को शुद्ध करता है, जो गर्भधारण के लिए आवश्यक है।
4. मूली के बीज : मूली के बीजों का सेवन हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक है। यह मासिक धर्म की अनियमितता को सुधारता है और प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।
5. अश्वगंधा (Withania somnifera): अश्वगंधा को आयुर्वेद में एक रसायन के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह शरीर को ताकत देता है, तनाव को कम करता है और प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।

 

 

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जीवनशैली में परिवर्तन

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1. तनाव कम करें: तनाव हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, जो गर्भधारण में रुकावट डालता है। योग, प्राणायाम और ध्यान जैसी तकनीकों का अभ्यास करें।
2. समय पर नींद लें: जल्दी प्रेगनेंसी के लिए व्यक्ति का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है जिसके लिए एक व्यक्ति को नियमित रूप से रात के समय कम से कम 7 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। अगर आप भरपूर नींद लेते हैं तो आपका हार्मोनल संतुलन भी बना रहता है और शरीर को ऊर्जा भी मिलती है। 
3. व्यायाम करें: हल्का व्यायाम जैसे योग, तैराकी या चलना शरीर को स्वस्थ रखता है और प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।

 

आयुर्वेदिक हर्बल सप्लीमेंट्स

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1. गिलोय (Tinospora cordifolia): गिलोय को आयुर्वेद में अमृत के समान माना गया है। यह शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है और हार्मोनल संतुलन बनाए रखता है।

2. ब्राह्मी (Bacopa monnieri): ब्राह्मी मानसिक शांति प्रदान करती है और तनाव को कम करती है, जो गर्भधारण के लिए आवश्यक है।

3. त्रिफला: त्रिफला का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।

 

महत्वपूर्ण सुझाव

  • संतुलित आहार लें: आपको ऐसा आहार लेना चाहिए जिसमे सभी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। जैसे ताजे फल और सब्जियां, फाइबर, साबुत अनाज, आदि।
  • कैफीन और शराब से बचें: ये हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं।
  • धूम्रपान से दूर रहें: यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है।
  • डॉक्टर से सलाह लें: किसी भी हर्बल सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करें।

 

निष्कर्ष

गर्मी के मौसम में गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक आहार और जीवनशैली में परिवर्तन अत्यंत प्रभावी हो सकते हैं। शतावरी, आंवला, गुड़ और जीरा जैसे प्राकृतिक पदार्थों का सेवन, साथ ही तनाव कम करने, समय पर नींद लेने और हल्का व्यायाम करने से प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है। आयुर्वेदिक हर्बल सप्लीमेंट्स जैसे गिलोय, ब्राह्मी और त्रिफला भी सहायक हो सकते हैं। हमेशा याद रखें, किसी भी हर्बल सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

 

FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 
Q1क्या गर्मी में प्रेगनेंट होना ज्यादा मुश्किल है?
Ans: गर्मी के मौसम में प्रेगनेंट होना कुछ महिलाओं के लिए मुश्किल हो सकता है क्यूंकि इस दौरान मन चिड़चिड़ा हो जाता है और शरीर डिहाइड्रेट हो जाती है। इससे ज्यादा थकान महसूस होता है। 
Q2. ऐसा कौन सा खाना है जिससे प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ जाती है?
Ans: कैल्शियम, आयरन और विटामिन बी से भरपूर खाद्य पदार्थ के साथ आप उन सामग्रियों को भी अपने भोजन में शामिल करें जिससे स्टार्च और फाइबर मिलता है। ऐसा करने से प्रेगनेंसी की सम्भावना बढ़ जाती है। 
Q3. प्रेगनेंसी का सबसे कठिन महीना कौन सा है?
Ans: प्रेगनेंसी के शुरूआती तीन महीने किसी भी गर्भवती महिला के लिए बहुत कठिन होते हैं। इस दौरान उनके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं जिसके साथ सामंजस्य बैठाने में समय लगता है। 

 

इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है। अगर आपको लेख पसंद आया तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। ऐसे ही और इंफॉर्मेटिव ब्लॉग पोस्ट के साथ आपसे फिर मिलेगे। इस विषय से जुड़ी या अन्य Tubal Blockage, PCOS/PCOD, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं तो आशा आयुर्वेदा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए

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