can yoga cure blocked fallopian tubes

क्या योग द्वारा ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या से राहत मिल सकती है ?

ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या आज के समय में आम हो गई है। आयुर्वेद के अनुसार ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या कई कारणों से हो सकती है। उच्च रक्तचाप, अनियमित हार्मोन के साथ-साथ अधिक वजन होने के कारण भी कई महिलाओं को इस ट्यूबल ब्लॉकेज समस्या का सामना करना पड़ता है।

 ऐसी कई महिलाएं हैं जो गर्भवती हो जाती हैं लेकिन गर्भपात से पीड़ित होती हैं। अगर आप भी ट्यूबल ब्लॉकेज  समस्या के कारण इनफर्टिलिटी का सामना कर रहे हैं, तो जानिए कुछ आयुर्वेदिक उपचार और योगासन जिनके जरिए आपको मां बनने का सुख भी मिलता है।

अगर आप ट्यूबल ब्लॉकेज योगा पोज़ सीखना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। आज इस लेख में हम आपको डॉ चंचल शर्मा  द्वारा बताई गई सरल बातें सिखाएंगे जो ट्यूबल ब्लॉकेज के इलाज में कारगर हैं। और यह भी सच है कि डॉ चंचल शर्मा द्वारा बताए गए इन ट्यूबल ब्लॉकेज आसनों से कई महिलाओं और युवतियों को फायदा हुआ है। इसे आप घर बैठे या किसी पार्क में बैठकर आसानी से कर सकती हैं।

 

यहां पर कुछ महत्वपूर्ण ट्यूबल ब्लॉकेज योग की सिफारिस की गई है, जिसकी मदद से आपको ट्यूब ओपन करने में मदद मिलेगी। 

  1. कपालभाति प्राणायाम - कपालभाति करने से सभी प्रकार के यौन विकार दूर हो जाते हैं, यदि कपालभाति को सही समय और सही तरीके से किया जाए तो यह बांझपन में एक बहुत ही प्रभावी अभ्यास है। बांझपन की समस्या में प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा कपालभाति करना चाहिए। बांझपन की समस्या में प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा कपालभाति करना चाहिए। कपालभाति करने से फैलोपियन ट्यूबल ब्लॉकेज के साथ-साथ ओवेरियन सिस्ट की समस्या, गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या जैसी कई समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। इसके अलावा कपालभाति थायराइड की समस्या और पेट की चर्बी को कम करने में कारगर है। कपालभाति हार्मोनल संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करती है और शरीर में तनाव के स्तर को कम करती है।
  2. अनुलोम विलोम प्राणायाम - अनुलोम विलोम प्राणायाम करना बहुत ही आसान है। इस प्राणायाम को आप घर, पार्क या अपने ऑफिस में भी कर सकते हैं। याद रखें इस प्राणायाम को करने के लिए शुद्ध हवा का होना बहुत जरूरी है। अनुलोम विलोम के नियमित अभ्यास से शरीर में किसी भी प्रकार की ब्लॉकेज को खोला जाता है। अनुलोम विलोम हार्ट ब्लॉकेज और फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज दोनों में ही कारगर है। 
  3. भस्त्रिका प्राणायाम - भस्त्रिका प्राणायाम से श्वसन और पाचन तंत्र पर अनुकूल प्रभाव। और फेफड़ों से अतिरिक्त कफ को बाहर निकालता है। सभी अंगों और ऊतकों की जीवन शक्ति को बढ़ाकर रक्त को ऑक्सीजन देता है । यह प्राणायाम उदर क्षेत्र (abdominal area) को मजबूत और टोन करता है। मन को शांत करने के साथ-साथ शरीर के प्रजनन अंगों को सक्रिय करता है।
  4. भ्रामरी प्राणायाम - भ्रामरी प्राणायाम से बांझपन के साथ-साथ कई फायदे होते हैं।  यह प्राणायाम थायराइड और याददाश्त की समस्या को दूर करने में भी कारगर है। भ्रामरी प्राणायाम करना बहुत आसान है। 

यदि आप ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या से परेशान तो आप योग एवं प्राणायाम के साथ-साथ कुछ आयुर्वेदिक दवाओं का भी सेवन कर  सकती है। क्योंकि इन आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग से ट्यूबल ब्लॉकेज को अनब्लॉक करने में आपको ज्यादा आसानी होगी।